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Showing posts from September 15, 2017

रामायण चोपाई पूर्ण लिखित एवं हारमोनियम पर

Mangal Bhavan Amangal Hari         रामायण चोपाई पूर्ण लिखित  एवं  हारमोनियम टुटोरिअल मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम - २ हो, होइहै वही जो राम रचि राखा को करे तरफ़ बढ़ाए साखा हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी आपद काल परखिये चारी हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू हो, जाकी रही भावना जैसी रघु मूरति देखी तिन तैसी रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाई राम सिया राम सिया राम जय जय राम हो, हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता कहहि सुनहि बहुविधि सब संता राम सिया राम सिया राम जय जय राम